बरसात का सुपरफूड: बेसन, इन 7 कारणों से इसे अपने आहार में शामिल करें
बरसात का मौसम आते ही हमारे खाने-पीने के रुझान भी बदल जाते हैं। इस मौसम में स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, और इसके लिए बेसन एक बेहतरीन विकल्प है। बेसन को बरसात के सुपरफूड के रूप में जाना जाता है और इसे अपने आहार में शामिल करने के कई कारण हैं। आइए जानें बेसन को अपने आहार में शामिल करने के 7 प्रमुख कारण।
1. ऊर्जा का स्रोत
बेसन प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और हमें दिनभर सक्रिय रखता है।
2. वजन नियंत्रण में सहायक
बेसन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो हमें लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती। इससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है और अनावश्यक खाने की आदतों पर रोक लगती है।
3. इम्यूनिटी बढ़ाए
बेसन में मौजूद विटामिन और मिनरल्स हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव होता है।
4. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
बेसन में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता और यह हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें पोटैशियम की मात्रा भी अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
5. डायबिटीज में फायदेमंद
बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प है।
6. पाचन तंत्र के लिए अच्छा
बेसन में फाइबर की उच्च मात्रा होने के कारण यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
बेसन की रेसिपीज जो बरसात में बनाएं
बेसन की सब्जी:
पकोड़े
ढोकला
कढ़ी
बेसन प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-मुक्त होता है, जो इसे ग्लूटेन असहिष्णुता या सीलिएक रोग वाले व्यक्तियों के लिए उपयुक्त बनाता है। इसका उपयोग विभिन्न ग्लूटेन-मुक्त व्यंजनों में गेहूं के आटे के विकल्प के रूप में किया जा सकता है।
यहां आपके लिए आजमाने के लिए कुछ अनोखी बेसन रेसिपी दी गई हैं:
बेसन यानी चने की दाल के आटे को पौष्टिक आहार माना जाता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने पर यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से हम बच सकते हैं।