मोदक बप्पा का पसंदीदा व्यंजन है। इसलिए गणपति की पूजा में मोदक का भोग जरूर लगाया जाता है। वैसे तो मोदक चावल के आटे या मावा के बनते हैं लेकिन 11 दिन के पर्व में एक ही तरह का भोग न लगाकर आप अलग अलग तरह के मोदक व लड्डू बप्पा को भोग में चढ़ा सकते हैं। इस गणपति अगर आप भगवान गणेश को खुश करना चाहते हैं तो बप्पा को तरह तरह के लड्डुओं का भोग लगाइए। बप्पा तो प्रसन्न होंगे ही, प्रसाद पाने वाले भक्त भी खुश हो जाएंगे।
गणपति बप्पा को मोदक प्रिय होने के पीछे भी एक कथा है. इस कथा के अनुसार एक बार जब गणेश जी और परशुराम के बीच युद्ध हुआ, तो इस युद्ध में गणेश जी का एक दांत टूट गया. इसी के बाद से उन्हें एकदंत कहा जाने लगा. लेकिन इस तरह दांत टूटने की वजह से उन्हें बहुत दर्द हुआ. गणेश जी इस दर्द को भूल जाएं इसके लिए उन्हें खुश करने हेतु मोदक बनवाए गए. तो इसके बाद गणपति जी का दर्द गायब सा हो गया और उसके बाद से ही गणेश जी को मोदक प्रिय हो गए.
गणपति बप्पा मोरया!!