एक स्वास्थ्य का खजाना- सहजन फली
भारतीय रसोईघर में सहजन का विशेष स्थान है। यह एक ऐसी सब्जी है जिसमें स्वाद, सेहत, और पोषण का समृद्ध मिलान होता है। सहजन को अनेक तरह के पकवान बनाये जा सकते हैं, जैसे की सहजन की सब्जी, सहजन का सांबर, सहजन की खीर, और भी बहुत कुछ। यहां हम आपको सहजन के फायदे और उससे बने जाने वाले विभिन्न पकवानों के बारे में बताएंगे।
सहजन को आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है क्योंकि सहजन को 300 से ज्यादा बीमारियों की दवा माना गया है. इसलिए आयुर्वेद में इसे अमृत समान मानते हैं. इसकी नर्म पत्तियों और फल, दोनों ही सब्जी के रूप में उपयोग किए जाते हैं.
- सहजन के फायदे:
- पोषण से भरपूर: सहजन में फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
- वजन नियंत्रण: सहजन का सेवन करने से वजन को नियंत्रित किया जा सकता है, क्योंकि इसमें कम कैलोरी होती है और विटामिन्स और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है।
- पाचन को सुधारे: सहजन में पाया जाने वाला फाइबर पाचन को सुधारता है और अपच को कम करने में मदद करता है।
- हृदय स्वास्थ्य: सहजन में पाया जाने वाला पोटैशियम हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम करता है।
सहजन के टुकड़ों को सांबर के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। यह दक्षिण भारतीय खाने का अभिन्न हिस्सा है और बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
सहजन से क्या बनाएं?
सहजन के ये सभी विभिन्न रूप हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। इसलिए, हमें नियमित रूप से सहजन का सेवन करना चाहिए ताकि हमारा स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहे।