मूंग, जिसे आमतौर पर मूंग दाल या साबुत मूंग के नाम से जाना जाता है, भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी पौष्टिकता और बहुमुखी उपयोगिता इसे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए एक आदर्श आहार बनाती है। आइए जानते हैं मूंग के फायदों और इससे बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों के बारे में।
मूंग दो प्रकार की होती है:
- साबुत मूंग (Whole Green Moong): यह पूरी मूंग होती है जिसमें हरा छिलका मौजूद रहता है।
- धुली मूंग दाल (Yellow Moong Dal): यह मूंग बिना छिलके के होती है और पीले रंग की होती है।
दोनों ही प्रकार के मूंग के अपने फायदे हैं, और कौन सा बेहतर है, यह आपकी ज़रूरत और खाने के प्रकार पर निर्भर करता है।
साबुत मूंग (Whole Moong)
फायदे:
- इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है क्योंकि इसका छिलका फाइबर से भरपूर होता है।
- यह पाचन में मदद करती है और लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराती है।
- अंकुरित मूंग (sprouted moong) के रूप में उपयोग करने के लिए यह आदर्श है, जो पोषण को और बढ़ा देता है।
- वजन घटाने और ब्लड शुगर नियंत्रित रखने के लिए यह बेहतरीन है।
- अंकुरित मूंग में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है।
उपयोग:
- अंकुरित करके सलाद में।
- साबुत मूंग की सब्जी या करी।
- मूंग सूप।
Cookpad पर पाए कुछ बढ़िया रेसिपीज जप आप मूंग से बना सकते है:
धुली मूंग दाल (Yellow Moong Dal)
फायदे:
- यह हल्की और आसानी से पचने वाली होती है।
- बीमारियों के दौरान या हल्के भोजन के लिए आदर्श है।
- इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो मांसपेशियों की मरम्मत और शरीर के विकास के लिए फायदेमंद है।
- इसे बच्चे, बूढ़े, और कमजोर पाचन वाले लोग आसानी से खा सकते हैं।
उपयोग:
- मूंग दाल खिचड़ी।
- मूंग दाल हलवा।
- मूंग दाल चीला।
Cookpad पर पाए कुछ बढ़िया रेसिपीज जप आप मूंग की दाल से बना सकते है:
कौन सा बेहतर है?
- फाइबर और पोषण के लिए: साबुत मूंग बेहतर है।
- आसान पाचन और हल्के भोजन के लिए: धुली मूंग दाल बेहतर है।
- डायबिटीज और वजन घटाने के लिए: साबुत मूंग फायदेमंद है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
यदि आप संपूर्ण पोषण चाहते हैं, तो साबुत मूंग का सेवन करें। लेकिन अगर आपका पाचन कमजोर है या आप हल्का भोजन चाहते हैं, तो धुली मूंग दाल का विकल्प बेहतर रहेगा। अपने आहार में दोनों को शामिल करना सबसे अच्छा है, ताकि आप दोनों के फायदों का लाभ उठा सकें।